धैर्य की कहानी।
धैर्य
मैं तुमसे एक झेन कथा कहूंगा । एक झेन भिक्षु जंगल में से गुजर रहा है । अचानक वह सजग हो जाता है कि एक शेर उसका पीछा कर रहा है , इसलिए वह भागना शुरू कर देता है । लेकिन उसका भागना भी झेन ढंग का है । वह जल्दी में नहीं है , वह पागल नहीं है । उसका भागना भी शांत है , लयबद्ध । वह इसमें रस ले रहा है । 1 यह कहा जाता है कि भिक्षु ने अपने मन में सोचा , अगर शेर इसका मजा ले रहा है तो मुझे क्यों नहीं लेना चाहिए ? ' और शेर उसका पीछा कर रहा है । फिर वह ऊंची चट्टान के नजदीक पहुंचता है । शेर से बचने के लिए ही वह पेडू की डाली से लटक जाता है । फिर वह नीचे की ओर देखता है — एक सिंह घाटी में खड़ा हुआ है , उसकी प्रतीक्षा करता हुआ । फिर शेर वहां...
मैं तुमसे एक झेन कथा कहूंगा । एक झेन भिक्षु जंगल में से गुजर रहा है । अचानक वह सजग हो जाता है कि एक शेर उसका पीछा कर रहा है , इसलिए वह भागना शुरू कर देता है । लेकिन उसका भागना भी झेन ढंग का है । वह जल्दी में नहीं है , वह पागल नहीं है । उसका भागना भी शांत है , लयबद्ध । वह इसमें रस ले रहा है । 1 यह कहा जाता है कि भिक्षु ने अपने मन में सोचा , अगर शेर इसका मजा ले रहा है तो मुझे क्यों नहीं लेना चाहिए ? ' और शेर उसका पीछा कर रहा है । फिर वह ऊंची चट्टान के नजदीक पहुंचता है । शेर से बचने के लिए ही वह पेडू की डाली से लटक जाता है । फिर वह नीचे की ओर देखता है — एक सिंह घाटी में खड़ा हुआ है , उसकी प्रतीक्षा करता हुआ । फिर शेर वहां...