...

14 views

श्राध

आज़ ऊपर बैठी रूह ने बड़ा
ठहाका लगाया है,

देखो ! आज़ मेरे बच्चों ने पंडित
जी को बुलाया है।

कितने जतन से पकवान बनाया है
और बड़े ही आदर भाव से
खिलाया है।

जिसके लिए मुझे तरसाया था
वो ही सब आज़ बनाया है।

और तो और कोवे और कुत्ते
को भी दावत...