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periods mein menstrual kap ka is‍temaal
periods mein

menstrual kap ka is‍temaal


हर एक महिला को हर महीने पीरियडस का सामना करना पढ़ता हैं। जिसको सोखने के लिए हमें पैड का इस्तेमाल करना पढ़ता है लेकिन पैड इस्तेमाल करने से कभी कभार ज्यादा प्रैशर के कारण कपडे़ गंदे हो जाते है। इसी के लिए मेंस्ट्रुअल कप को बनाया गया है।


मेंस्ट्रुअल कप पैड से अपेक्षाकृत किफायती होते हैं और पर्यावरण की दृष्टि से भी ये काफी अच्छे माने जाते हैं कियोकि इसका इस्तेमाल कई बार कर सकते हैं।


मेंस्ट्रुअल कप -

Menstrual kap -


यह सिलिकॉन या लेटेक्स से निर्मित कप के आकार का एक उपकरण है जिसका इस्तेमाल पीरियड के दौरान किया जाता है। इसे योनि में लगाया जाता है। जिससे पीरियड को इस कप में इकठ्ठा किया जा सके। ये कप अलग अलग साइज़ में आते हैं और आपको अपनी योनि और सर्विक्स के माप के अनुसार ही सही कप का चुनाव करना चाहिए।


मेंस्ट्रुअल कप के फायदे -

Benefits of Menstrual Cup -


इन कपों का सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये कीमत में काफी सस्ते होते हैं और इन्हें इस्तेमाल करना आसान है। इसके अन्य फायदों की बात करें तो सैनिटरी नैपकिन या टेम्पोन की तुलना में मेंस्ट्रुअल कप में ज्यादा रक्त इकठ्ठा होता है।


इसके अलावा सेक्स के दौरान इस बात का एहसास भी नहीं होता है कि आपने योनि के अंदर कुछ लगाया हुआ है। जिससे आप बिना किसी असुविधा के सेक्स कर सकती हैं।


मेंस्ट्रुअल कप को बनाने में किसी भी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं होता है। ये केमिकल मुक्त होते हैं जिससे योनि संक्रमण का खतरा काफी कम रहता है।


मेंस्ट्रुअल कप का साइज़ -

Size of Menstruel Cup -


मेंस्ट्रुअल कप का साइज़ आपकी उम्र, गर्भाशय ग्रीवा की लम्बाई और पीरियड के दौरान रक्तस्त्राव आदि बातों पर निर्भर करता है। अगर गलती से गलत साइज़ का कप लगा लिया तो एक तो असुविधा होगी और दूसरा लीकेज का भी डर बना रहेगा इसलिए पहली बार इन कप का इस्तेमाल करने से पहले बिक्रेता से पूछ ले और जाँच ले।




मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल कैसे -

How to use the menstrual cup -


मेंस्ट्रुअल कप को थोड़ा सा मोड़ें और फिर योनि के अंदर डालें, इसे योनि से गर्भाशय ग्रीवा में जाने वाले मार्ग में फिट किया जाता है। शुरुआत में इसे योनि के अंदर फिट करने में हो सकता है कि आपको थोडा़ असहज महसूस हो लेकिन एक बार इस्तेमाल करने के बाद अगली बार आपको आसानी होगी।


मेंस्ट्रुअल कप जब योनि के अंदर चला जाए तो इसे हल्का सा घुमाएँ जिससे यह अच्छी तरह फिट हो जाए। सही तरीके से फिट होने के बाद इससे जरा सा भी लीकेज नहीं होता है।


इन्हें लगाकर काम करने या चलने फिरने में कोई दिक्कत महसूस नहीं होती है क्योंकि यह सिलिकॉन या लेटेक्स से बने होने की वजह से ये आसानी से योनि में फिट हो जाता हैं।


कितनी देर तक इस्तेमाल -

How long use -


मेंस्ट्रुअल कप सैनिटरी नैपकिन की तरह खून को सोखते नहीं हैं। जिससे किसी भी तरह के संक्रमण का खतरा कम रहता है। अधिक रक्तस्त्राव होने पर भी आप इन्हें 9 -10 घन्टों तक पहने रख सकते हैं और अगर रक्तस्त्राव सामान्य हो तो इन कप को 12 घंटों तक भी लगाये रख सकते हैं।


दूसरी बात यह पूरी तरह महिला पर निर्भर करता है कि वो कितनी देर में कप बदलना चाहती है। अगर कप का साइज़ छोटा है और वह जल्दी भर जा रहा है तो बेहतर होगा कि हर 4,5 घंटे के अंतराल पर आप इसे निकालकर अच्छे से धो लें और फिर दोबारा इसे लगाएं।


मेंस्ट्रुअल कप को बाहर कैसे निकालें?

How to take out the menstrual cup?


सबसे पहले अपने हाथों को अच्छी तरह साफ़ कर लें। इसके बाद तर्जनी ऊँगली और अंगूठे को योनि के अंदर डालें और कप के एक सिरे को पकड़ कर धीरे धीरे तब तक खींचें जब तक आप उसके आखिरी सिरे तक ना पहुंच जाएं। उसके बाद इसे बाहर खींच लें। इस तरह यह आसानी से बाहर निकल जाता है उसके बाद कप में जमा खून को फेंक दें और कप को अच्छी तरह साफ़ करें।


मेंस्ट्रुअल कप को कैसे साफ करें?

How to clean the menstrual cup?


पीरियड के दौरान एक ही कप को आप गर्म पानी से धोकर कई बार इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन पीरियड खत्म होने के बाद या अगले पीरियड में इस्तेमाल करने से पहले इन्हें स्टेरलाइज़ करना ना भूलें। स्टेरलाइज़ करने से पहले कप के पैकेट पर दिए निर्देशों को पढ़ें क्योंकि अलग अलग ब्रांड के कप को साफ़ करने और स्टेरलाइज़ के तरीके अलग होते हैं।


सामान्य तौर पर स्टेरलाइज़ करने के लिए कप को पानी में डालकर कुछ देर तक उबालना चाहिए।


मेंस्ट्रुअल कप को लगाने या निकालने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह साबुन से साफ़ करें और कप को कभी भी इधर उधर न रखें। गन्दी जगह पर कप रखने से उसमें धूल, गंदगी और बैक्टीरिया चिपक सकते हैं जिनकी वजह से योनि में संक्रमण हो सकता है।




✍️अनुभा पुरोहित चतुर्वेदी


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