आत्महत्या
"आत्महत्या"शब्द छोटा है पर बात बड़ी है कभी सोचा है की इसे आत्महत्या क्यों कहते है..इसलिए नही की ये हम खुद करते है बल्कि इसलिए कि ये हम तब करते है जब है अपने साथ अपनी आत्मा ,अपना अस्तित्व ,अपनी सोचा को भी मार देते है।।जब हम ये सोच ही नहीं पाते की इसके बाद बीस अंधेरा है, इसके बाद हम कुछ नहीं ।आजकल ये एक फैशन है जिसको देखो वो कहीं पंखे पर लटक रहा तो कहीं नदी में कूद रहा कही जल रहा है तो कहीं जहर ले रहा है,,,कितने प्रकार है ना...