...

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तेरी मेरी यारियां
आज बहुत जोरो से चल रही है ये सर्द हवाएं पता नही क्यु...? मौसम कैसा मोड़ लेगा ...?
बस ये ही सोचकर विधि अपने ऑफ़िस का काम करने लग जाती है पर फिर भी उसका मन बहुत बेचैन होता है काम में मन नही लगता है क्योंकि उसे अपने साहेब की याद आती है और वो पगली मौसम का बहाना बना खुद को मना लेती है । वही ऑफिस की फाइल से एक कागज निकाल लेती है और उकेरने लगती है दर्द ए दिल
फिर ऐसे ही वो हर रोज अपने काम मे साहेब की यादों से समझौता कर लेती है और जिंदगी काटने लगती है क्योंकि साहेब के बिना सोचा ही नही उसने जीना ।
फिर युही उसकी मुलाकात एक नेकदिल इंसान से होती हैं जो इस मतलब की दुनिया से परे होता है
वो हर बार विधि से बोलता है कि जिंदगी को जियो ना कि काटो । वो होता है अबीर
क्योंकि जिंदगी हमेशा अपनो के लिए जीनी चाहिए ।
जिसकी भी हमसे खुशी जुड़ी हो उनको अपने हाथ मे हो तब तक तो खुश रख सकते है ना
तो गुजरा वक़्त भूल के आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है उसमें जीने के लिए उमंग और उम्मीद भरता है वाकई अबीर बहुत अच्छा लड़का है जो ऐसे वक्त में उसके साथ है जहां हर अपने ने विधि से मुंह मोड़ लिया था ।
वो टूट चुकी थी तन्हा थी पर कृष्णा जी ने अबीर से
मिला कर विधि को एक नया जीवन जैसे दे दिया ।
अब तो जब भी वक़्त मिलता वो दोनों एक दूसरे से बात कर लेते थे और खुश भी रहते थे
पर संजोग दोनो के ऑफिस के बीच बहुत फासला था फिर भी एक दूसरे को वक़्त देते थे ।
विधि ने अपने साहेब को लेकर सारी बातें अबीर को बता दी और अबीर ने भी अपनी जिंदगी के कुछ अनकहे राज विधि के सामने खोल दिये ।
ऐसे ही अब विधि अबीर दोस्त बन चुके थे
उन्होंने कई सारे वादे किए साथ निभाने के दोस्ती हर हाल में निभाने के ।
पर विधि साहेब को नही भूल सकती थी अबीर उससे गुस्सा भी होता बहुत डांटता भी था क्योंकि वो चाहता है कि विधि अपने गुजरे हुए कल से बाहर निकले आगे सोचे कि लाइफ बहुत बड़ी है
और बहुत खुशियां सामने पड़ी है बस हासिल कैसे करे वो ही सोचना है । इसी बात पर वो नाराज भी होता है और बखूबी बहुत सुनाता भी है विधि को ।
तो विधि उसे मना लेती थी । कभी कभी विधि गुस्सा होती नाराज होती अबीर मना लेता था
वो दोनों एक दूसरे के लिए भी बहुत कुछ लिखते थे तभी से दोनों बहुत खुश रहने लगे है ।
फिर अचानक एक दिन किसी की नजर लग गयी उनके रिश्ते को वो याराना जैसे चुप्पी साधे है
विधि बहुत परेशान है एक तरफ ऑफीस का टेंशन एक तरफ परिवार एक तरफ उसकी यारियां और एक तरफ है उसकी साँसे उसके साहेब ।
वो जैसे पहले थी वैसे आज भी है पर साली उसकी किस्मत ही खेल खेलती है उसके साथ
फिर से वही ऑफिस वही वक़्त और वही फ़ाइल।
अब उसके पास कुछ नही रह गया सिवाए
इंतजार के ............. ?

© Unique feeling
#roohedariya❤️_tujhse_meri