बित्ता भर इश्क़…
बित्ता भर इश्क़…
उसने अपनी बेजान सी पड़ी कहानी में ना जाने क्यूँ बित्ता भर इश्क़ जोड़ दिया, बित्ता भर इश्क़ जोड़ते ही उस बेजान पड़ी कहानी में फिर से जान आने लगी।
वो तो यह भी नहीं...
उसने अपनी बेजान सी पड़ी कहानी में ना जाने क्यूँ बित्ता भर इश्क़ जोड़ दिया, बित्ता भर इश्क़ जोड़ते ही उस बेजान पड़ी कहानी में फिर से जान आने लगी।
वो तो यह भी नहीं...