किसान
एक गांव में एक किसान था जो बहुत मेहनती था । वो अपने परिवार का खर्चा अकेले ही उठाता था , वो अपने बीवी बच्चे का सपना पूरा करता था । वो जो मांगते वो लाकर देता था । उसका नाम रमेश था ,गांव में लोग उसकी बहुत इज्जत करते थे वो मेहनती किसान तो था ही साथ में वो लोगो का भी इज्जत करता था किसी से लड़ता नही था सबको अपना मानता था वो खेतो में काम करता था सब्जियां उगाता था उसे बेचता था और उनके पास गाय और बकरी भी थी। उनकी देखभाल रमेश की पत्नी करती थी । उनकी पत्नी और उनके बच्चे भी बहुत अच्छे थे वो लोग स्वभाव में बहुत अच्छे थे । उनका गांव में सब लोग बहुत इज्जत और प्यार देते थे । उनके दो बच्चे थे दोनो स्कूल पढ़ने जाते थे , उनके बच्चे पढ़ने में तेज थे । रमेश मन ही में सोचता है की हम अपने बच्चो का भविष्य नहीं बिगड़ेंगे इन्हे कही बाहर भेज देंगे वो इसलिए ऐसा सोचता है , क्योंकि उस गांव में उतना अच्छा स्कूल नहीं था , वो उन्हे पढ़ा लिखाकर कुछ बनाना चाहता था । फिर वो बात अपनी पत्नी से कहता है , पत्नी कहती है आपने सही सोचा है दोनो बच्चो को हम बाहर भेज देते है लेकिन उसे डर था की कही वो गलत काम न कर ले लेकिन उनके पिता बोलते है नही हमारे बच्चे कोई गलत काम नही करेंगे हमे उनपे पूरा भरोसा है । फिर वो दोनो बड़े हो जाते है तो दोनो बच्चो को बाहर भेज देते है । और फिर वो दोनो खुशी खुशी अपने काम पे लग जाते है उनके बच्चो की पढ़ाई पूरी हो जाती है और वो घर आ जाते है अपने गांव एक डॉक्टर बन जाता है और दूसरा एक बड़े कंपनी का मालिक बन जाता है । माता पिता को अपने बच्चो पर बहुत गर्व हुआ । ऐसा परिवार सबको मिले ।