करवा चौथ
आज चंदा और दीप दोनों ने ही एक दूसरे के लिए व्रत रखा था। चंदा ने तो बहुत मन किया पर दीप नही माने
ये दीप और चंदा की पहली करवा चौथ थी।दीप के प्रेम को देख कर चंदा की आंखें भर आई...!!जब दीप ने उसके आंसुओं की वजह पूछी तो चंदा ने कहा ये तो खुशी के आंसु हैं।मेरे दादा जी भी मेरी दादी के लिए सबसे छुपा कर ऐसे ही व्रत रखते थे और चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद पहले दादी को अपने हाथों से जल पिला कर उनका व्रत खोलते थे।बाद में स्वयं भोजन ग्रहण करते थे।यह सब देखकर हम सोचते थे काश.! हमें भी इतना प्यार करने वाला पति मिलता..! हमलोग तो कभी कभी दादी को चिढ़ाते भी थे ओ मेरी लैला दादी कैसी चल रही है आपकी लव स्टोरी.? और दादी हमारी बातें सुन कर शर्मा जाती थी।
अगर कहीं...
ये दीप और चंदा की पहली करवा चौथ थी।दीप के प्रेम को देख कर चंदा की आंखें भर आई...!!जब दीप ने उसके आंसुओं की वजह पूछी तो चंदा ने कहा ये तो खुशी के आंसु हैं।मेरे दादा जी भी मेरी दादी के लिए सबसे छुपा कर ऐसे ही व्रत रखते थे और चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद पहले दादी को अपने हाथों से जल पिला कर उनका व्रत खोलते थे।बाद में स्वयं भोजन ग्रहण करते थे।यह सब देखकर हम सोचते थे काश.! हमें भी इतना प्यार करने वाला पति मिलता..! हमलोग तो कभी कभी दादी को चिढ़ाते भी थे ओ मेरी लैला दादी कैसी चल रही है आपकी लव स्टोरी.? और दादी हमारी बातें सुन कर शर्मा जाती थी।
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