प्यार एक सजा 💔
रात के दो बज रहे थे,प्रिया अपनी बहते हुए अंशुओं के साथ बिस्तर पर सिसकियां भर रही थी और सोच रही थी जिंदगी के बारे में सोच रही थी अतीत के बारे में, सोच रही थी की क्या जिंदगी है मेरी इससे तो मौत बेहतर है| इतना कुछ देख लिया मैंने इस अठरह साल की जिंदगी में अब नहीं सह सकती मैं
फिर वो अपने अतीत में खो जाती है कुछ यादें जो बहुत खास थी उसके पास वो उसके स्कूल की थी वह 12 में थी जब मिली थी उसे उसकी पहली मोहब्बत वो जिसने उसकी जिन्दगी हीं बदल दी उसे एक लड़के से हुआ | और इतना हुआ की उसे अब कुछ और ना दिखाई देता ना समझ आता वो उसके प्यार में डूब गयी थी | छुप- छुप कर उसे देखा करती दिन रात उसे सोचा करती | फिर एक दिन उसने अपनी सहेली को बताया की पता नहीं मुझे क्या हो गया है मुझे उस लड़के के सिवा कुछ दिखाई हीं नहीं देता ना किसी चीज में मन लगता है क्या हो गया है मुझे? उसकी सहेली ने कहा तुझे प्यार हुआ है | क्या कहा प्यार और मुझे तू पागल हो गयी है मुझे कोई प्यार नहीं हुआ है नज़ारे चुराते हुए प्रिया बोली | अरे पगली ये प्यार हीं...
फिर वो अपने अतीत में खो जाती है कुछ यादें जो बहुत खास थी उसके पास वो उसके स्कूल की थी वह 12 में थी जब मिली थी उसे उसकी पहली मोहब्बत वो जिसने उसकी जिन्दगी हीं बदल दी उसे एक लड़के से हुआ | और इतना हुआ की उसे अब कुछ और ना दिखाई देता ना समझ आता वो उसके प्यार में डूब गयी थी | छुप- छुप कर उसे देखा करती दिन रात उसे सोचा करती | फिर एक दिन उसने अपनी सहेली को बताया की पता नहीं मुझे क्या हो गया है मुझे उस लड़के के सिवा कुछ दिखाई हीं नहीं देता ना किसी चीज में मन लगता है क्या हो गया है मुझे? उसकी सहेली ने कहा तुझे प्यार हुआ है | क्या कहा प्यार और मुझे तू पागल हो गयी है मुझे कोई प्यार नहीं हुआ है नज़ारे चुराते हुए प्रिया बोली | अरे पगली ये प्यार हीं...