बहुत हुआ अब
मैं बर्दाश्त नहीं करूंगी नारी हूँ जानवर नहीं हूँ मुझे भी दर्द होता हैं मुझे भी तकलीफ़ होती हैं सब सोचते हैं औरत हैं नाजुक हैं हम उसके साथ कुछ भी कर सकते हैं क्या बिगाड़ लेगी हमारा यें तुम्हारी गलत फ़हमी...