तुम महसूस कर सको....!
मैं चाहता हूं...
कई महीनों बाद
तुम एक दिन मुझे मुझे कॉल करो
और वो कॉल रिसीव ही न की जाए..
फिर तुम एक और कोशिश करो
और फ़िर रिसीव न हो, फिर एक अर्से बाद, तुम्हें थोड़ी फिक्र हो,
तुम मैसेज करो मुझे, वो मैसेज जिसका जवाब अब कभी नहीं आएगा......
फिर तुम सच में
थोड़े से परेशान हो जाओ...
तुम सोंचो मेरे बारे मे,
मेरी हर बात, मेरी आवाज़, मेरा चेहरा...
तुम्हारे लिए मेरी फिक्र...
मेरे साथ बिताया हुआ हर एक लम्हा...
फिर तुम मुझे एक और कॉल करो,
जिसका कोई जवाब न मिले..
तुम अचानक बेचैन हो जाओ,
तुम्हें सब कुछ याद आता रहे,
तुम लगातार मेरे बारे में...
कई महीनों बाद
तुम एक दिन मुझे मुझे कॉल करो
और वो कॉल रिसीव ही न की जाए..
फिर तुम एक और कोशिश करो
और फ़िर रिसीव न हो, फिर एक अर्से बाद, तुम्हें थोड़ी फिक्र हो,
तुम मैसेज करो मुझे, वो मैसेज जिसका जवाब अब कभी नहीं आएगा......
फिर तुम सच में
थोड़े से परेशान हो जाओ...
तुम सोंचो मेरे बारे मे,
मेरी हर बात, मेरी आवाज़, मेरा चेहरा...
तुम्हारे लिए मेरी फिक्र...
मेरे साथ बिताया हुआ हर एक लम्हा...
फिर तुम मुझे एक और कॉल करो,
जिसका कोई जवाब न मिले..
तुम अचानक बेचैन हो जाओ,
तुम्हें सब कुछ याद आता रहे,
तुम लगातार मेरे बारे में...