आत्म संगनी का अटुट स्नेह
गत दिनों स्वप्न सुंदरी मेरे जीवन मे वास्तविक मे अवतरित हुई.. उसके स्नेह आमंत्रण पर में सात समन्दर पार उससे आलिंगनबद्ध होने पहुँच गए. मेरे आगमन पर मेरे मार्ग पर नयन बिछाये पल पल बाँट जोतती मेरे मृग नयनी व्याकुल दिखी.
मुझे अपने सामने पाकर तमाम...
मुझे अपने सामने पाकर तमाम...