प्रतीक को समझे
हम सभी पारंपारिक कथाओं का पुजा अर्चन करते है
बिना समझे इनके कथाएं हमें क्या सीख देती है वे बाहर नहीं हमारे अंदर ही है वे किनके प्रतीक है।
आइए हम सभी सनातनी धर्मों के सही अर्थ का विवेचना करते है।
मै अपनी विवेक से जहां तक समझ पाई हूं उसे रखती हूं।आप सभी हमारे मार्गदर्शक बने।विश्वास हो तोअपने अपने जीवन में उतार कर समझे।
राम- राम सत्य, प्रेम,आत्म स्वरूप ,अंतर्यामी है जो समय-समय पर हमें समझाने के लिए, हमारे मार्गदर्शन के लिए अवतरित होते है वो हमारे अंदर ही है। हमारे देव शक्तियां है कथा बस सहायक माध्यम मात्र है हमारे।मै नहीं कहतीं कि वे सत्य नहीं है या ऐसी घटनाएं नहीं हुआ। हमें समझाने के लिए ही यह सब घटा है।वे सर्व विद्दमान...
बिना समझे इनके कथाएं हमें क्या सीख देती है वे बाहर नहीं हमारे अंदर ही है वे किनके प्रतीक है।
आइए हम सभी सनातनी धर्मों के सही अर्थ का विवेचना करते है।
मै अपनी विवेक से जहां तक समझ पाई हूं उसे रखती हूं।आप सभी हमारे मार्गदर्शक बने।विश्वास हो तोअपने अपने जीवन में उतार कर समझे।
राम- राम सत्य, प्रेम,आत्म स्वरूप ,अंतर्यामी है जो समय-समय पर हमें समझाने के लिए, हमारे मार्गदर्शन के लिए अवतरित होते है वो हमारे अंदर ही है। हमारे देव शक्तियां है कथा बस सहायक माध्यम मात्र है हमारे।मै नहीं कहतीं कि वे सत्य नहीं है या ऐसी घटनाएं नहीं हुआ। हमें समझाने के लिए ही यह सब घटा है।वे सर्व विद्दमान...