भोजपुरी सिनेमा के कालजई गीत का भावार्थ (पार्ट=6)
साथियों मैं एक बार फिर से आप सभी का स्वागत करता हूं 🙏🙏
अपने इस लेखन के इस विषय पर जहां पर हम भोजपुरी फिल्म जगत के कुछ शानदार गीतों का हास्य व्यंग मिश्रित व्याख्या कर रहे हैं,
साथियों आज हम जिस गीत का भावार्थ करेंगे,उसको लिखा है अरविंद अकेला(कल्लू,), जी ने और स्वयं गायन करके इस गीत को भोजपुरी सिनेमा में एक अलग पहचान दिलाई है,
पंक्तियां कुछ इस प्रकार हैं,
केसिया भी झाड़ लेहनी, पहिरे ली साड़ी,
लाली लगाई लेनी,रूपवा संवारी,
एको हो ताड़े,...
अपने इस लेखन के इस विषय पर जहां पर हम भोजपुरी फिल्म जगत के कुछ शानदार गीतों का हास्य व्यंग मिश्रित व्याख्या कर रहे हैं,
साथियों आज हम जिस गीत का भावार्थ करेंगे,उसको लिखा है अरविंद अकेला(कल्लू,), जी ने और स्वयं गायन करके इस गीत को भोजपुरी सिनेमा में एक अलग पहचान दिलाई है,
पंक्तियां कुछ इस प्रकार हैं,
केसिया भी झाड़ लेहनी, पहिरे ली साड़ी,
लाली लगाई लेनी,रूपवा संवारी,
एको हो ताड़े,...