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Chapter -11 मणि और चमत्कार
सब कुछ पता होने के बावजूद मोहनलाल चिंतित थे, क्योंकि पत्र पढ़ने से पहले उन्होंने वह किताब पढ़ी थी जो नागराज ने उन्हें दी थी। उस किताब के अंदर इच्छाधारी नागों के बहुत से रहस्य भी लिखे हुए थे। इसमें लिखा हुआ था कि मणि के आने पर इंसान के पास शक्तियाँ ही नहीं, बल्कि बहुत सारे खतरे भी साथ आते हैं। जिस इंसान के पास मणि होती है, उसे इन सभी खतरों को अपनी मेहनत और सूझ-बूझ के साथ लड़ना होता है। अगर वह ऐसा करने में असफल होते हैं, तो आगे चलकर वह बहुत बड़ी मुसीबत में पड़ सकते हैं...💬💔

"मोहनलाल को लग raha था कि मणि मिलने के बाद से ही उनके साथ अजीब-अजीब घटनाएं हो रही हैं। उन्हे बार-बार साप दिखाई दे रहे थे, पहले रस्ते में और अब घर में। शायद यह सब उन खतरों के बारे में ही संकेत है, शायद वह साप देविका की मणि की वजह से उनका पीछा कर रहे हैं।"😕💫🤯



मोहनलाल को लग रहा था कि यह सारी घटनाएं उसके जीवन को बदलने वाली थीं। वह सोच रहे था कि क्या देविका इन खतरों का सामना कर पाएगी? क्या वह मणि की रक्षा कर पाएगी? 🗯



तभी उसने सुना कि दरवाजे पर कोई खड़ा है। वह दरवाजा खोलकर देखता है और पाते है कि वह कोई अंजान स्वयं को नागराज का मित्र बताता हैं। उसने मोहनलाल को बताया कि वह उनकी रक्षा के लिए आया है और उन्हे खतरों से बचाने के लिए तैयार है।🥰🗯





लेकिन मोहनलाल को लग रहा था कि उसके इरादे ठीक नहीं हैं। वह सोच रहा रहा था कि क्या यह...