...

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अनकहा दर्द
दर्द कहकर नहीं आता
पर दर्द अपनों द्वारा हो तो और समझने वाला कोई ना हो

रोहन
रोहन
क्या हुआ रोहन बोल

पर रोहन की आंखे नहीं खुली

रोहन की मम्मी ने पानी छींटा
पर रोहन को होश नहीं आया

अब रोहन की मम्मी डर गयी कुछ हो तो नहीं गया रोहन को
थोड़ी देर अपने आप रोहन को होश आया
क्या हो गया था तुम्हें ?

मुझे आपकी आवाज आ रही थी पर बहुत दूर से

माँ समझ गयी कुछ गड़बड़ हुई थी पर उन्होंने रोहन का ध्यान उस पर से हटाने के लिए कहा

उठ जा रोहन जल्दी ब्रश कर ले

रोहन उठा ब्रश करने लगा
ब्रश करके डाइनिंग टेबल पर बैठा माँ ने
रोहन को चाय दी

तभी माँ के मोबाइल पर कॉल आया
नानी की तबियत सही नहीं थी
माँ ने रोहन को कहा मैंने खाना बना रखा है खाना खा लेना तेरे पापा भी मेरे साथ जा रहे हैं अपना ख्याल रखना

माँ थोड़ी देर मे चली गयी
रोहन को कुछ अजीब लग रहा था जैसे जान निकल रही हो

उसे deja vu होने लगा हाई वाला
रोहन पसीने मे तर बतर हो गया

रोहन को पूर्वाभास होने लगा वैसे भी कोई उसे सुनने वाला नहीं था
तो खुद मे डूबने लगा

रोहन ने मम्मी के मोबाइल पर फोन लगाया
की नानी की तबियत कैसी है
बेटे नानी चल बसी

इतना सुनते ही रोहन ने फोन रख दिया
रोहन सोचने लगा क्या इसलिए उसे ऐसा लग रहा था जैसे उसकी जान निकल रही हो और पसीने पसीने भी गया था उस वक़्त
यानी उसकी बॉडी पूर्वाभास कर देती की कुछ बड़ी बात है

रोहन ने खाना नहीं खाया

अब उसे उनका भी आभास होने लगा जिन्हें वो जानता नहीं था

रोहन ऐसा महसूस करता जैसे उसकी आत्मा शरीर मे कैद है बाह्य दुनिया देखने के लिए छटपटा रही


रात को रोहन ने थोड़ा खाना खाया
मोबाइल चलाया उसे दुःख से निकलना था पर क्या पता था उसे और भी कई एहसास होंगे

उसने अपने पास एक साए को महसूस करा जो स्पष्ट नहीं दिखी पर उनकी कद काठी नानी जैसी थी
थोड़े देर मे साया गायब हो गया

रोहन के लिए ये सब सामान्य हो गया
उसे अक्सर कई तरह की आवाजें आती जो बहुत दूर से आ रही होती

बार बार बाहर देखने पर भी कोई नहीं दिखता

कोई उसकी बात नहीं समझता था पहले ही अब लोग कहने लगे रोहन फालतू बात करता है

थोड़े दिन मे माँ आ गयी
रोहन के एहसास बढ़ते जा रहे थे
पर इस सन्दर्भ मे उसने किसी को कुछ नहीं कहा

एक दिन रात को रोहन सोया हुआ था
उसे फिर deja vu हुआ की मम्मी की तबियत खराब होने वली है उसके अपनों की कारण

रोहन दौड़ कर गया भगवान के सामने हाथ जोड़े

थोड़ी देर मे रोहन की मम्मी सही हो गयी
और रोहन की मम्मी का रिस्क उसपर आ गया

पर उसे हुआ कुछ नहीं
रोहन अब समझ गया क्यों सब उससे दूर हुए क्यों अपनों ने चाल चली क्योंकि उसे बदलना था खुद को ।


समाप्त
22/6/2024
2:15 दोपहर
© ©मैं और मेरे अहसास