...

4 views

सब ठीक है ?
सुरेश काफी चिंतित रहने लगा था
कारण था अब उसकी बॉडी सही तरह से काम नहीं करती थी
सुरेश का उल्टे तरफ का हाथ ऐसा हो गया था जैसे जान ना हो

सुरेश लिखने मे ध्यान दे ये निश्चय करा
सुरेश दर्द मे छटपटा रहा था
पर उसने मन मे सोचा हारना नहीं है
दर्द नहीं हो तब लिखना है

ये सिर्फ सुरेश दर्द से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहा था
पर सच्चाई तो सुरेश को ही पता थी

एक दिन मम्मी पापा ने पूछ लिया क्या हुआ तुझे
सुरेश ने सब बता दिया

सुरेश का इलाज शुरू हुआ
पर फर्क नहीं पड़ रहा था
सुरेश के मम्मी पापा को कुछ अलग गड़बड़ लगी
उन्होंने सुरेश के लिए धागा बनवाया
घर आकर धागा बाँध दिया

अब दर्द सहन हो सकता था
अब सुरेश फिर से लिखने लगा

सुरेश ने मम्मी पापा को धन्यवाद कहा
मम्मी पापा ने तेरे आंसू एहसास करा रहे थे तकलीफ बहुत बड़ी है पर क्या ये हमे नहीं पता था भले तूने पहले अपनी तकलीफ नहीं बताई
पर तेरा दर्द एहसास करा रहा था की तू बहुत पीड़ा मे है तू क्या सोचता है तूने बताया तो ही पता पड़ा आखिर तेरे मम्मी पापा है
ये सुनते ही सुरेश के आंसू निकल गए
मम्मी पापा ने सुरेश को गले लगाया ।

समाप्त
26/5/2024
4:11 शाम

© ©मैं और मेरे अहसास