इंतज़ार
एक बार इक लड़का आया दूर कही से पढ़ने
आकर बहुत खुश था वो अपने घर से दूर
अपनी मंज़िल की खातिर उसे दूरी थी मंजूर
ठंडीi का दिन था वो अक्सर छतपर पढ़ता था
बड़ी बड़ी बातें करता और सबसे कब अकड़ता था
एक दिन भाग्य ने किया एक खेल
सामने उसके छत पर एक लड़की आती थी
ठंडी में अपने बालों को,छत पर ही सुखाती थी
लड़का देखा जब उसको वो पढ़ना गया भूल
बस अब वह लड़की को देखने छत पर आता था
बैठकर कुर्सी पर लेकर किताबें बीच से उसे झांकता था
ये हो गई अब से रोज उसकी...
आकर बहुत खुश था वो अपने घर से दूर
अपनी मंज़िल की खातिर उसे दूरी थी मंजूर
ठंडीi का दिन था वो अक्सर छतपर पढ़ता था
बड़ी बड़ी बातें करता और सबसे कब अकड़ता था
एक दिन भाग्य ने किया एक खेल
सामने उसके छत पर एक लड़की आती थी
ठंडी में अपने बालों को,छत पर ही सुखाती थी
लड़का देखा जब उसको वो पढ़ना गया भूल
बस अब वह लड़की को देखने छत पर आता था
बैठकर कुर्सी पर लेकर किताबें बीच से उसे झांकता था
ये हो गई अब से रोज उसकी...