मरजावा (2-14)
लेकिन ये सिलसिला रुका नही और गुंडों में अपना प्रभुत्व जमाने के लिए जन्नत का भाई उसे 9th क्लास से ही ड्रगिस्ट,नसेड़ी, बना दिया था। ताकि उसका फायदा आराम से उठा सके। और तो और इतना सब कुछ के बाद वो अपनी बहन से शादी भी करना चाहता था। ताकि वो उसके साथ पूरी जिंदगी रहे।
लेकिन अब जन्नत को भावना मिल गई थी, और उसे अपने सपना पूरा करने का छोटा सा किरण भी दिखने लगा था। वो एक आस्ट्रोनॉट बनना चाहती थी, कहती थी ख़ुशी से ये पढ़ लुंगी तो आसमान में जा सकूंगी ना मुझे बहुत ऊपर जाना है।
11th क्लास के शुरू हुए एक महीना बीत जाता है,और अब एक नया लड़का एक महीना बाद कॉलेज ज्वाइन करता है। जिसका नाम राम होता है।
वो भी अपने इलाके का एक गुंडा टाइप का ही स्टूडेंट था। और यहाँ इस कॉलेज में अब दो इलाको के गुंडे आ चुके थे ।
ये बात राम को पता था इसलिए वो भी इस इलाके के गुंडो से दोस्ती कर लेता है ।
राम एक भक्त टाइप का लड़का होता है जो पूजा पाठ करता है और भगवान को बहुत ज्यादा मानता है, वही खुशी एक प्रैक्टिकल टाइप की लड़की होती है। जो सिर्फ अपने बारे में सोचती है । अपना सोचेगी बस।
राम को भावना से प्यार भी हो जाता है, राम भावना के हर प्रॉब्लमस को खत्म करते जाता है, और अब पूरे कालेज के लिए भावना सिर्फ राम की होती है। ना ना करते हुए भी दोनो दोस्त तो बन ही जाते है। और अब भावना राम को अपने इसारे पर चलाने लगती है,या दूसरे शब्दों में कहे तो उसका फायदा उठाने लगती है।
इसारो पर नचाती कैसी थी ?
भावना उसको हर किसी की कुछ ना कुछ प्रोम्बलम बताती थी और फिर राम को बोलती थी अब इसे ठीक करो।
एक बार की बात है, वे दोनों सड़क से चलते हुए कही जा रहे थे और उनके पीछे तभी कोई बाइक पर बैठे 2 चोरों ने एक महिला के मंगलसूत्र को स्नैच करके फरार हो गए ।
जिसपर भावना दौड़ कर गई उस औरत के पास और राम को कहा, खड़े क्यों हो जावो पकड़ो उन्हें। 5 घण्टे बाद राम आता है और भावना को वो मंगलसूत्र देता है। मंगलसूत्र देते हुए राम कहता है,इतनी मेहनत से आज ये मंगलसूत्र दिया है,देखना एक दिन पहना भी दूंगा। जिसपर भावना गुस्से से उसके हाथ से मंगल सूत्र लेती है और जाने लगती है तभी राम कहता है गुस्सा क्यों हो रही है दूसरे का नही अपना मंगलसूत्र दूंगा ।
हम देखते है अब राम को भी पता चलता है कि चाहे कुछ भी हो पर भावना इससे प्यार तो नही करती है,इसके लिए उसका माथा ठनकता है और उसे अपने जिम्मेदारियो का एहसास होता है।
इसी तरह से लगभग 1 साल बीत जाता है, और गर्मियों की छूटीं से पहले जन्नत भावना के पास आकर बोलती है, की तुम जहाँ भी पड़ती हो उस क्लासेस का नाम बतावो,क्योंकि मैं भी वही आऊंगी और तुम्हारे साथ पढूंगी।
to be continue......
© All Rights Reserved
लेकिन अब जन्नत को भावना मिल गई थी, और उसे अपने सपना पूरा करने का छोटा सा किरण भी दिखने लगा था। वो एक आस्ट्रोनॉट बनना चाहती थी, कहती थी ख़ुशी से ये पढ़ लुंगी तो आसमान में जा सकूंगी ना मुझे बहुत ऊपर जाना है।
11th क्लास के शुरू हुए एक महीना बीत जाता है,और अब एक नया लड़का एक महीना बाद कॉलेज ज्वाइन करता है। जिसका नाम राम होता है।
वो भी अपने इलाके का एक गुंडा टाइप का ही स्टूडेंट था। और यहाँ इस कॉलेज में अब दो इलाको के गुंडे आ चुके थे ।
ये बात राम को पता था इसलिए वो भी इस इलाके के गुंडो से दोस्ती कर लेता है ।
राम एक भक्त टाइप का लड़का होता है जो पूजा पाठ करता है और भगवान को बहुत ज्यादा मानता है, वही खुशी एक प्रैक्टिकल टाइप की लड़की होती है। जो सिर्फ अपने बारे में सोचती है । अपना सोचेगी बस।
राम को भावना से प्यार भी हो जाता है, राम भावना के हर प्रॉब्लमस को खत्म करते जाता है, और अब पूरे कालेज के लिए भावना सिर्फ राम की होती है। ना ना करते हुए भी दोनो दोस्त तो बन ही जाते है। और अब भावना राम को अपने इसारे पर चलाने लगती है,या दूसरे शब्दों में कहे तो उसका फायदा उठाने लगती है।
इसारो पर नचाती कैसी थी ?
भावना उसको हर किसी की कुछ ना कुछ प्रोम्बलम बताती थी और फिर राम को बोलती थी अब इसे ठीक करो।
एक बार की बात है, वे दोनों सड़क से चलते हुए कही जा रहे थे और उनके पीछे तभी कोई बाइक पर बैठे 2 चोरों ने एक महिला के मंगलसूत्र को स्नैच करके फरार हो गए ।
जिसपर भावना दौड़ कर गई उस औरत के पास और राम को कहा, खड़े क्यों हो जावो पकड़ो उन्हें। 5 घण्टे बाद राम आता है और भावना को वो मंगलसूत्र देता है। मंगलसूत्र देते हुए राम कहता है,इतनी मेहनत से आज ये मंगलसूत्र दिया है,देखना एक दिन पहना भी दूंगा। जिसपर भावना गुस्से से उसके हाथ से मंगल सूत्र लेती है और जाने लगती है तभी राम कहता है गुस्सा क्यों हो रही है दूसरे का नही अपना मंगलसूत्र दूंगा ।
हम देखते है अब राम को भी पता चलता है कि चाहे कुछ भी हो पर भावना इससे प्यार तो नही करती है,इसके लिए उसका माथा ठनकता है और उसे अपने जिम्मेदारियो का एहसास होता है।
इसी तरह से लगभग 1 साल बीत जाता है, और गर्मियों की छूटीं से पहले जन्नत भावना के पास आकर बोलती है, की तुम जहाँ भी पड़ती हो उस क्लासेस का नाम बतावो,क्योंकि मैं भी वही आऊंगी और तुम्हारे साथ पढूंगी।
to be continue......
© All Rights Reserved