Dosti Zindabad
#खुशियोंभरीदोस्तीकीकहानी
मुझे कहानी लिखना नहीं आता कोशिश ज़रूर करती हूं मगर मन के शब्दों को जब स्याही में ढालने की बारी आती है तो मन में शब्दों का उफान सा आने लगता है इसलिए मैं कहानी तो नहीं मगर कुछ तो लिख रही हूं ...
दोस्ती के बारे में जब सोंचो तो मन में सारे दोस्तों की शैतानिया नजर आती है वहीं जब दोस्तों की याद आती है तो जज्बातों का मन में उफान ला देती है।कई दोस्त बनते है कुछ साथ रहते है कुछ बिछड़ जाते हैं मगर कितने भी दूर क्यों न हो उनकी याद आने पर एक मुस्कुराहट होंठों पर खेलने लग जाती है ।
बचपन में जब हम घर में बैठे बोर होते रहते थे तो बाहर दरवाज़े पर खटखटाहट होती थी और घर के अंदर से ही एक फटकार पड़ती थी : 'आ गए सारे नालायक तुझे बुलाने खुद तो दिन भर यहां वहां घूमेंगे तुझे भी घुमाएंगे, नहीं जाना है बाहर चुपचाप बैठ कर पढ़।'
मगर सुनने वाला कौन है हम तो खिसक लिए दबे पांव पहले ही और मम्मी घर में चिल्लाती रही।हां डर तो था मां का लेकिन भाई दोस्तों के सामने इज्ज़त का सवाल था कि इतने से दर गई।
खूब मज़े किए साथ में शरारतें की डांट भी खाई मार भी खाई लेकिन साथ नहीं छोड़ा।
बड़े किस्मत से मिलते है दोस्त जो हमेशा साथ देते है कांड में नहीं ज़िंदगी में ❤️।
दोस्तों को दूसरों के वैसे सभी गलियां देते है की संगति में बिगड़ जाएगा भले ही गली खाने वाला हर मामले में सबके ताऊ हो लेकिन असल में सभी अपने दोस्तों और बचपन के दिनों को बहुत याद करते है ।ऐसा नहीं है की दोस्त सिर्फ बचपन के ही अच्छे हो लेकिन वो अलग ही मज़ा है बचपन की यारी में 😁।
दोस्त ज़रूरत पड़ने पर मां पापा दीदी भाई सब बन जाते है और दुश्मन की तो कमी होती ही नहीं जब दोस्त साथ हो मम्मी से चुन चुन कर शिकायत लगवाते हैं यार और खोद मजे लेते है😭😠 कोई बात नही हमारा भी no. आएगा बेटा अभी जी ले अपनी ज़िंदगी।
कई है जो बोलते है दोस्त तो तुम्हारे ही उमर के है तुम्हारी समस्या को कैसे सुलझाएंगे बड़ों से बात करो वो अच्छा से समझाएंगे लेकिन भले ही आप सही हो दोस्त जिस तरीके से बातों को समझाते हैं न कोई और नहीं समझा सकते।पहले प्यार से समझाएंगे नहीं समझे तो डांटेंग वरना डायरेक्ट मारेंगे क्योंकि साम दाम दण्ड भेद में भेद का उपयोग तो हमेशा होता है और भाई फोकट का खर्चा कौन करे।
जो भी है दोस्ती ज़िंदाबाद...
भूल चूक माफ़ करना दोस्तों
and once again
HAPPY FRIENDSHIP DAY
MAY THIS CELEBRATION MAKE OUR BOND EVEN MORE STONGER THAN NOW.
© Rishali
मुझे कहानी लिखना नहीं आता कोशिश ज़रूर करती हूं मगर मन के शब्दों को जब स्याही में ढालने की बारी आती है तो मन में शब्दों का उफान सा आने लगता है इसलिए मैं कहानी तो नहीं मगर कुछ तो लिख रही हूं ...
दोस्ती के बारे में जब सोंचो तो मन में सारे दोस्तों की शैतानिया नजर आती है वहीं जब दोस्तों की याद आती है तो जज्बातों का मन में उफान ला देती है।कई दोस्त बनते है कुछ साथ रहते है कुछ बिछड़ जाते हैं मगर कितने भी दूर क्यों न हो उनकी याद आने पर एक मुस्कुराहट होंठों पर खेलने लग जाती है ।
बचपन में जब हम घर में बैठे बोर होते रहते थे तो बाहर दरवाज़े पर खटखटाहट होती थी और घर के अंदर से ही एक फटकार पड़ती थी : 'आ गए सारे नालायक तुझे बुलाने खुद तो दिन भर यहां वहां घूमेंगे तुझे भी घुमाएंगे, नहीं जाना है बाहर चुपचाप बैठ कर पढ़।'
मगर सुनने वाला कौन है हम तो खिसक लिए दबे पांव पहले ही और मम्मी घर में चिल्लाती रही।हां डर तो था मां का लेकिन भाई दोस्तों के सामने इज्ज़त का सवाल था कि इतने से दर गई।
खूब मज़े किए साथ में शरारतें की डांट भी खाई मार भी खाई लेकिन साथ नहीं छोड़ा।
बड़े किस्मत से मिलते है दोस्त जो हमेशा साथ देते है कांड में नहीं ज़िंदगी में ❤️।
दोस्तों को दूसरों के वैसे सभी गलियां देते है की संगति में बिगड़ जाएगा भले ही गली खाने वाला हर मामले में सबके ताऊ हो लेकिन असल में सभी अपने दोस्तों और बचपन के दिनों को बहुत याद करते है ।ऐसा नहीं है की दोस्त सिर्फ बचपन के ही अच्छे हो लेकिन वो अलग ही मज़ा है बचपन की यारी में 😁।
दोस्त ज़रूरत पड़ने पर मां पापा दीदी भाई सब बन जाते है और दुश्मन की तो कमी होती ही नहीं जब दोस्त साथ हो मम्मी से चुन चुन कर शिकायत लगवाते हैं यार और खोद मजे लेते है😭😠 कोई बात नही हमारा भी no. आएगा बेटा अभी जी ले अपनी ज़िंदगी।
कई है जो बोलते है दोस्त तो तुम्हारे ही उमर के है तुम्हारी समस्या को कैसे सुलझाएंगे बड़ों से बात करो वो अच्छा से समझाएंगे लेकिन भले ही आप सही हो दोस्त जिस तरीके से बातों को समझाते हैं न कोई और नहीं समझा सकते।पहले प्यार से समझाएंगे नहीं समझे तो डांटेंग वरना डायरेक्ट मारेंगे क्योंकि साम दाम दण्ड भेद में भेद का उपयोग तो हमेशा होता है और भाई फोकट का खर्चा कौन करे।
जो भी है दोस्ती ज़िंदाबाद...
भूल चूक माफ़ करना दोस्तों
and once again
HAPPY FRIENDSHIP DAY
MAY THIS CELEBRATION MAKE OUR BOND EVEN MORE STONGER THAN NOW.
© Rishali