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नागिन का इंतकाम
Wallpaper Credit - Nisha Pal

रोशनी और अजय की शादी हुए 5 साल हुए थे
पर रोशनी भूली नहीं थी कैसे उन लोगों ने उसकी आंखों के सामने एक एक करके कई नागों को खत्म कर दिया था

अब रोशनी उस घर की बहु बनकर रह रही थी
ये जानने के लिए की किसने उसके परिवार को मारा

करीब 6 महीने की खोज के बाद रोशनी को आखिर पता पड़ गया
उसके नागों को मारने वाला और कोई नहीं अजय के चाचा है

अजय के चाचा की तस्वीर देखकर वो इतनी गुस्से मे आ गयी की अपने असली स्वरुप मे आ गयी
वो तो अच्छा घर मे उस वक़्त कोई नहीं था
नहीं तो रोशनी का राज़ खुल सकता था की वो नागिन है

जब भी वो बदला लेने की कोशिश करती कोई कोई सामने आ जाता
रोशनी सोचती आखिर कब तक बच पाएंगे मुझसे

2 साल की कोशिश के बाद रोशनी को वो मौका मिला जिसका उसे इंतजार था उस दिन सब पूजा के लिए गए हुए थे
अजय के चाचाजी ऑफिस नहीं गए थे
रोशनी ने तबियत खराब होने का अभिनय करा

अजय का चाचा रोशनी के कमरे मे आकर पूछा बहु तुम ठीक तो हो ना
पर रोशनी ने मुँह दूसरी तरफ कर रखा था उसकी आंखों का रंग बदलने लगा

बार बार आवाज लगाने पर रोशनी अपने असली स्वरूप मे आ गयी
ये देखकर अजय के चाचा डर गए
कौन हो तुम 😳 ?

भूल गए आज से 26 साल पहले आपने अभिमान मे आकर कई नागों को मार दिया था मैं उसी का बदला लेने आयी हूं

बेटी मुझे माफ़ कर दो
मुझे लगा नाग मुझे डस लेंगे क्योंकि नाग उड़ उड़ कर मेरी कार के सामने आ रहे थे मेरा उनके कारण एक्सीडेंट भी हो गया था इसलिए मैंने उन्हें खत्म कर दिया
ये देखो मेरी टांग आज भी नकली है तुम चाहे तो मुझे मार दो

रोशनी ने डसने की कोशिश की पर सफल ना हुई
अब चाचाजी ने भी अपना स्वरूप बदला
वो नेवला बन गए
ये देखकर रोशनी की एक बारगी हिम्मत जवाब दे गयी
पर अगले ही पल विचार डर किस बात का भले मेरी मृत्यु हो जाए

पर जाने क्यों रोशनी की शक्तियां अब साथ नहीं दे रही थी

ये बहुत आश्चर्यचकित करने वाली बात है
चाचाजी ने कहा मैं तुम्हें नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता तुम जो करना चाहो कर लो

मैं चाहती हूं आप भी नागों की जिंदगी कुछ समय के लिए जिए
सभी एक साथ बोल पड़े
हम मंजूर तो कर ले पर जीवो को परेशान नहीं करना

अजय के चाचाजी ने हाँ मे सर हिलाया
रोशनी बोली मैं चाहती तो आपको डस सकती थी पर कोई शक्ति आपको बचा रहीं थीं बाद मे पता पड़ा आप तो नेवला है
आपने अपनी गलती की माफ़ी मांग ली मैं आपको माफ़ करती हूं

रोशनी फिर से इंसान वाले रूप मे आ गयी
ये बात बताना मत किसी को की मैं नागिन हूं
मैं वादा करता हूं

बदला लेना ही नहीं माफ़ करना सबसे बड़ी बात है
दोपहर तक सब आ गए

अजय रोशनी के आकर गले लग गया

आज रोशनी की मुस्कान सबसे अलग लग रही थी
बिल्कुल शांत और मासूम

अजय ने रास्ते के किस्से सुनाने शुरू करे
रोशनी बस मंद मंद मुस्कान मे साथ सुनती रहीं ।


समाप्त
7/6/2024
1:31 प्रातः
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