लो खां कल्लो बात
हसबेंड
खबरों में रोज नया फिजूका पढ़ कर चच्चा रोज की तरह आज भी आ धमके थे. सोचा था आज रविवार यनि छुट्टी का दिन हैं तो थोड़ा आराम से उठा जाए लेकिन ऐसा हर रविवार को भी नहीं हो सकता था. मंजू नें मुझे उठाते हुए कहा...
अब उठ भी जाओ... मुझे पता हैं आप चादर से मुंह ढ़के ढ़के हुए सब सुन रहे हो.. वहा आपके चच्चा जान आपका इंतज़ार कर रहे हैं जाओ उनके दिलों दीमाग में लगी आग को शांत करों और जल्दी से चलता करों उन्हें..
और इतना कह कर मंजू वहा से चली गई
ये चच्चा को भी चैन नहीं हैं...पता नहीं ये आदमी भी कैसे पूरी रात सोता होगा.
मैं बुद-बुदातें हुए बिस्तर से उठ कर बहार वाले कमरे की तरफ को निकला था तभी मंजू नें मुझे फिर टोका
कम से कम मुंह तो धो लेते
हां धो लूंगा उन्हें मैं अभी चलता करके आता हूं
मंजू मेरी बात पर हंसने लगी थी उसको हंसता हुआ देख कर मैंने पूछा था
क्यों क्या हुआ...?
आपकी बात पर हंसी आ रही हैं.. अगर आज आप उन्हें दस मिनट में चलता करके आएंगे तो ये बेहद ही ऐतिहासिक पल होगा मेरे लिए.. और शायद आपके लिए भी
मैं बगैर किसी प्रतिक्रिया के चुपचाप चच्चा के पास चला आया..
चच्चा की बड़ी बड़ी आंखे लेंस युक्त चश्मे से देखते हुए मेरा बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे मुझे जैसे ही उन्होंने मुझे आते देखा तो खनकती हुई आवाज बोले
लो खां कल्लो बात... ज़माना कब का जाग चुका हैं और जुगनू मिया तुम हो के अभी तलक बिस्तर में घुसे पड़े हो मियां ज़माने में कित्ता हल्ला हो रिया हैं
मैंने बैठते हुए चच्चा से पूछा
अब किस बात का हल्ला हो गया चच्चा...?
मियां आप ऐसेई सोते रओगे तो कैसे पता चलेगा
लो कल्लो बात... मिडिया के आदमी हो के भी अंजान हो तो तुमारे मिडिया में होने का क्या मतलब हैं खैर छोड़ो... मुद्दे की बात ये हैं
वो उठ कर मेरे पास आकर बैठ गए और कान में बुदबुदाते हुए बोले
दुनियां में जितने भी पति, शोहर हैं वो सब "हसबेंड" के नाम पे उनका भोत बबाल हो रिया हैं जुगनू भाई
मतलब...?
लो कल्लो बात अब मतलब भी हमी को बताना पड़ेगा...?
चच्चा जी मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा हैं आप क्या कहना चाह रहे हैं...
देखों मियां आज कल जननियों नें पति और शोहर का जो इंग्लिशीकरण हसबेंड का जो ट्रेंड अपना रखा हैं उसके बारे में आप कुछ जानते भी हैं के ऐसेई कैमरा के सामने उलजुलूल बकते हो....? मना के आप न्यूज़ चैनल में हैं लेकिन एकाद मरतवा अखबार पे भी ये नज़रे फेर लिया करो..?
चच्चा आज क्या हैं..?
इतवार हैं मियां...
खबरों में रोज नया फिजूका पढ़ कर चच्चा रोज की तरह आज भी आ धमके थे. सोचा था आज रविवार यनि छुट्टी का दिन हैं तो थोड़ा आराम से उठा जाए लेकिन ऐसा हर रविवार को भी नहीं हो सकता था. मंजू नें मुझे उठाते हुए कहा...
अब उठ भी जाओ... मुझे पता हैं आप चादर से मुंह ढ़के ढ़के हुए सब सुन रहे हो.. वहा आपके चच्चा जान आपका इंतज़ार कर रहे हैं जाओ उनके दिलों दीमाग में लगी आग को शांत करों और जल्दी से चलता करों उन्हें..
और इतना कह कर मंजू वहा से चली गई
ये चच्चा को भी चैन नहीं हैं...पता नहीं ये आदमी भी कैसे पूरी रात सोता होगा.
मैं बुद-बुदातें हुए बिस्तर से उठ कर बहार वाले कमरे की तरफ को निकला था तभी मंजू नें मुझे फिर टोका
कम से कम मुंह तो धो लेते
हां धो लूंगा उन्हें मैं अभी चलता करके आता हूं
मंजू मेरी बात पर हंसने लगी थी उसको हंसता हुआ देख कर मैंने पूछा था
क्यों क्या हुआ...?
आपकी बात पर हंसी आ रही हैं.. अगर आज आप उन्हें दस मिनट में चलता करके आएंगे तो ये बेहद ही ऐतिहासिक पल होगा मेरे लिए.. और शायद आपके लिए भी
मैं बगैर किसी प्रतिक्रिया के चुपचाप चच्चा के पास चला आया..
चच्चा की बड़ी बड़ी आंखे लेंस युक्त चश्मे से देखते हुए मेरा बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे मुझे जैसे ही उन्होंने मुझे आते देखा तो खनकती हुई आवाज बोले
लो खां कल्लो बात... ज़माना कब का जाग चुका हैं और जुगनू मिया तुम हो के अभी तलक बिस्तर में घुसे पड़े हो मियां ज़माने में कित्ता हल्ला हो रिया हैं
मैंने बैठते हुए चच्चा से पूछा
अब किस बात का हल्ला हो गया चच्चा...?
मियां आप ऐसेई सोते रओगे तो कैसे पता चलेगा
लो कल्लो बात... मिडिया के आदमी हो के भी अंजान हो तो तुमारे मिडिया में होने का क्या मतलब हैं खैर छोड़ो... मुद्दे की बात ये हैं
वो उठ कर मेरे पास आकर बैठ गए और कान में बुदबुदाते हुए बोले
दुनियां में जितने भी पति, शोहर हैं वो सब "हसबेंड" के नाम पे उनका भोत बबाल हो रिया हैं जुगनू भाई
मतलब...?
लो कल्लो बात अब मतलब भी हमी को बताना पड़ेगा...?
चच्चा जी मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा हैं आप क्या कहना चाह रहे हैं...
देखों मियां आज कल जननियों नें पति और शोहर का जो इंग्लिशीकरण हसबेंड का जो ट्रेंड अपना रखा हैं उसके बारे में आप कुछ जानते भी हैं के ऐसेई कैमरा के सामने उलजुलूल बकते हो....? मना के आप न्यूज़ चैनल में हैं लेकिन एकाद मरतवा अखबार पे भी ये नज़रे फेर लिया करो..?
चच्चा आज क्या हैं..?
इतवार हैं मियां...