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अनमोल सीख
सुबह का समय था । एक व्यक्ति अपने पुत्र के साथ सैर करने जा रहा था । बीच रास्ते में ही पुत्र ने अपने पिता से कहा कि पापा मुझे खेलने के लिए मैदान में जाना है लेकिन पिता ने अपने पुत्र से कहा कि बारिश आने वाली है और ऐसे में मैदान में जाना ठीक नहीं होगा । लेकिन पुत्र ने अपने पिता की बात नहीं मानी और खेलने के लिए मैदान में चला गया । इतने में बारिश शुरू हो गई और वो बच्चा खेलते - खेलते मैदान की मिट्टी में फिसल गया । जब वो घर आया , तो उसके पिता ने पूछा - कि पुत्र ये चोट कैसे लग गयी ? तब पुत्र ने पिता से कहा कि पापा आपने सही कहा था कि मैदान में खेलने मत जाओ । अगर मैंने आपकी बात मान ली होती , तो मुझे ये चोट नहीं लगती । अब मैं आगे से हमेशा आपकी बात को मानूंगा क्योंकि आपकी हर एक बात में मेरा भला ही छिपा है । ये बात सुनकर पिता बड़े ही प्रेम से अपने पुत्र को गले लगा लेते हैं ।

सीख - माता - पिता के माध्यम से ही हमें जिंदगी में सही मार्ग - दर्शन मिलता है ।