दो दिलों का प्यार ( भाग - 8 )
अंजलि जैसे ही घर के अंदर जाती है, तुरंत उसकी तबियत फिर ख़राब हो जाती है, लेकिन घर मे काम करने वाले लोग उसे संभाल लेते है और उसके कमरे तक छोड़ देते है। अंजलि के मम्मी पापा किसी काम से उस समय बाहर गए होते है, इसलिए उन्हें अंजलि के बारे में कुछ पता नही चल पाता। सुबह जब अंजलि उठती है तो 9 बज गए होते है, प्रेम भी ऑफिस में देख रहा था की अंजलि अभी तक नही आई शायद उसकी तबियत ठीक नही, खैर कोई बात नहीं। अंजलि की मम्मी ( अनिता ) पापा घर आते है और देखते है कि अंजलि की तबियत खराब है वो परेशान हो जाते है। दोनो अंजलि से पूछने लगते है कि...