एक सुखी परिवार
एक गांव था जहा पे एक सुखी परिवार था । एक पिता ,मां और दो बच्चे थे। पिता का नाम लक्ष्मण था वो अपने परिवार को हमेशा खुश रखना चाहते है ,उनको सारी सुख देना चाहते थे।
उनके बच्चे जो भी बोलते थे वो सारी बातों को पूरा करना चाहते थे,
वो एक गरीब परिवार थे ,वो खेती का काम करते थे ।सब्जी उगाते थे और बाजार में बेचते थे । उनके बच्चे भी खुश थे उनकी पत्नी भी बहुत अच्छी थी ,वो कपड़े सिलकर बेचा करती थी।
और उनके दोनो बच्चे स्कूल जाते थे, वो दोनो भी बहुत अच्छे थे । वो।कभी किसी भी चीज के लिए जिद नहीं करते थे । उनके पिता का सपना था की वो पढ़ लिखकरकुच बड़ा काम करे , उनकी मां भी यही चाहती थी ,की उनके दोनो बच्चे पढ़ लिखकर कुछ बड़ा काम करे ।
उनका एक बेटा था और एक बेटी ,बेटा बड़ा था और बेटी छोटी थी , बेटा बोलता है अपने माता पिता से मैं एक इंजीनियर बनूंगा उनके पिता बोलते है ,बेटा तू बस मन लगाकर पढ़ाई करो तुम एक दिन जरूर कामयाब होगा ।पैसों की चिंता मत करना तुम बस अपनी पढ़ाई करना ।
फिर उनकी बेटी बोलती है पिताजी मैं एक डॉक्टर बनूंगी। तब उनके पिता बोलते है , हां बेटी तुम्हारा सपना जरूर पूरा होगा ।
ऐसे ही उनका दिन गुजरता गया उनके बच्चे बड़े हो गए थे ।
वो दोनो अपने सपने को पूरे करने के लिए बाहर पढ़ाई करने चले गए ,उनके माता पिता गांव में ही थे । फिर पढ़ाई में खर्चा बढ़ने लगा, फिर भी उनके माता पिता हिम्मत नही हारी ,वो अपने दोनो बच्चो के सपनो को पूरा करना चाहते थे ।
आखिर वो दिन आ ही गया जब उनका बेटा इंजीनियर बन गया ,वो तुरंत अपने घर वापस आया । और अपने माता पिता को बताया मैं इंजीनियर बन गया । उनके माता पिता के आंखों में आंसू आ गए ,वो पूरे गांव में मिठाई बांटने लगे ।मां घर में अच्छे पकवान बनाती है ।
फिर कुछ साल बाद उनकी बेटी की भी पढ़ाई पूरी हो जाती है और वो डॉक्टर बन जाती है ,बेटी अपने गांव वापस आ जाती है ।और अपने माता पिता को बताती है ।उनके माता पिता बहुत खुश हो गए ।
उनके माता पिता सपना पूरा हो गया ,अब वो सोचते है ,अपने बेटा और बेटी की शादी कर दे अब उनकी उम्र भी हो गए है ।
वो दोनो की शादी कर देते है ,बेटी अपने ससुराल में अच्छे से रहने लगी और लोगो का इलाज भी करती थी। बेटा भी अपने घर अच्छे से अपने रहने लगा अब वो लोग एक शहर में रहने लगे , वो लोग बहुत खुश थे ।
उनके बच्चे जो भी बोलते थे वो सारी बातों को पूरा करना चाहते थे,
वो एक गरीब परिवार थे ,वो खेती का काम करते थे ।सब्जी उगाते थे और बाजार में बेचते थे । उनके बच्चे भी खुश थे उनकी पत्नी भी बहुत अच्छी थी ,वो कपड़े सिलकर बेचा करती थी।
और उनके दोनो बच्चे स्कूल जाते थे, वो दोनो भी बहुत अच्छे थे । वो।कभी किसी भी चीज के लिए जिद नहीं करते थे । उनके पिता का सपना था की वो पढ़ लिखकरकुच बड़ा काम करे , उनकी मां भी यही चाहती थी ,की उनके दोनो बच्चे पढ़ लिखकर कुछ बड़ा काम करे ।
उनका एक बेटा था और एक बेटी ,बेटा बड़ा था और बेटी छोटी थी , बेटा बोलता है अपने माता पिता से मैं एक इंजीनियर बनूंगा उनके पिता बोलते है ,बेटा तू बस मन लगाकर पढ़ाई करो तुम एक दिन जरूर कामयाब होगा ।पैसों की चिंता मत करना तुम बस अपनी पढ़ाई करना ।
फिर उनकी बेटी बोलती है पिताजी मैं एक डॉक्टर बनूंगी। तब उनके पिता बोलते है , हां बेटी तुम्हारा सपना जरूर पूरा होगा ।
ऐसे ही उनका दिन गुजरता गया उनके बच्चे बड़े हो गए थे ।
वो दोनो अपने सपने को पूरे करने के लिए बाहर पढ़ाई करने चले गए ,उनके माता पिता गांव में ही थे । फिर पढ़ाई में खर्चा बढ़ने लगा, फिर भी उनके माता पिता हिम्मत नही हारी ,वो अपने दोनो बच्चो के सपनो को पूरा करना चाहते थे ।
आखिर वो दिन आ ही गया जब उनका बेटा इंजीनियर बन गया ,वो तुरंत अपने घर वापस आया । और अपने माता पिता को बताया मैं इंजीनियर बन गया । उनके माता पिता के आंखों में आंसू आ गए ,वो पूरे गांव में मिठाई बांटने लगे ।मां घर में अच्छे पकवान बनाती है ।
फिर कुछ साल बाद उनकी बेटी की भी पढ़ाई पूरी हो जाती है और वो डॉक्टर बन जाती है ,बेटी अपने गांव वापस आ जाती है ।और अपने माता पिता को बताती है ।उनके माता पिता बहुत खुश हो गए ।
उनके माता पिता सपना पूरा हो गया ,अब वो सोचते है ,अपने बेटा और बेटी की शादी कर दे अब उनकी उम्र भी हो गए है ।
वो दोनो की शादी कर देते है ,बेटी अपने ससुराल में अच्छे से रहने लगी और लोगो का इलाज भी करती थी। बेटा भी अपने घर अच्छे से अपने रहने लगा अब वो लोग एक शहर में रहने लगे , वो लोग बहुत खुश थे ।