दोहरी मानसिकता
सुबह सुबह दरवाजे की घंटी बजी बाहर कल्लू खड़ा था डरा सहमा और सामने वाली पड़ोसन उसे बूरी तरह डाट रही थीं कि ये कौन सा वक्त है कूड़ा ले जाने का सुबह के आठ बज रहे हैं कल से सुबह छह बजे कूड़ा ले जाया कर वर्ना मत आया करो.... बेचारा कल्लू चुपचाप कूड़ा ले कर चला गया। कुछ दिन बाद जब अपने पैसे लेने आया तो हिदायत दी गई कि इतवार को...