...

26 views

बादलों की तरह बरस रही हूं मैं❤️❤️
बादलों की तरह बरस रही हूं मैं अब सूरज की किरणों में आने दो❤️

जाने कब से झरने की तरह बह रही थी मैं अब सिमट जाने दो❤️

जाने कितना दर्द दिल में लेकर बैठी थी अब जी भर कर रोने दो❤️

जाने कब से अंधेरों में जी रही थी मैं अब उजालों में आने दो❤️

कब से उदासी छाई थी चेहरे पर अब मुस्कुराने दो❤️

जाने कितने वक्त से थी अकेली अब अपनों से मिलने दो❤️

बहुत हुआ दुख के सागर में डूब ना अब खुशियों को दस्तक देने दो❤️

जाने कितने सावन बरसे बिना उतरे और उनको बरसने दो❤️

जाने कितनी शिकायत थी दिलों में अब सारी शिकायत दूर होने दो❤️

कब से बुरे वक्त का साया मंडरा रहा था अब अच्छा वक्त आने दो❤️

बादलों की तरह बरस रही हूं मैं सूरज की किरणों में आने दो❤️

I love you mummy papa❤️❤️❤️❤️
my life my mummy papa ❤️❤️❤️❤️
thank you all friends ❤️❤️❤️❤️
© neha