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दोस्ती की मिशाल
एक छोटे से गांव में राम और रहीम नाम का लड़का रहता था दोनों की मित्रता बचपन से ही गांव में मशहूर थी, राम अमीर और जमीदार परिवार से था लेकिन रहीम गरीब किसान परिवार से था राम और रहीम बचपन से ही सभी कार्य एक साथ करते थे लेकिन राम को पढ़ाई के लिए बाहर पटना शहर जाना पड़ा.
लेकिन रहीम की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से वह ज्यादा पढ़ नहीं पाया वह गांव में ही रहकर छोटे बच्चों को पढ़ाया करता था कुछ साल बाद जब अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने गांव लौटा तो सबसे पहले अपने मित्र रहीम से मिलने गया.
उसे देख कर रहे हैं फूले नहीं समाए और आंखों से झर झर खुशी के आंसू बहने लगे उसे अपनी बाहों में भर लिया.
बाहर एकांत पढ़ाई करने की वजह से राम की संगति खराब एवं मदिरा की लत लग गई थी जिसके कारण उसकी दोनों किडनी खराब हो गई थी.
डॉक्टर ने जवाब दे दिया था कि यदि 72 घंटों के अंदर किड़नी व्यवस्था नहीं की गई तो इसे बचाने बचा पाना मुश्किल है. इस बात की खबर रहीम को पड़ी तो वह बिना सोचे समझे अपनी जान की परवाह किए बिना,
उसने अपनी एक किडनी मित्रों को बिना बताए ही दे दी ताकि उसका मित्र इस दुनिया में जी सके..

तो मित्रो इस दुनिया में पैसा ही सब कुछ नहीं होता है मित्रता वह बहुमूल्य हीरा है जिसका कर्ज हम चाह कर भी उतार नहीं सकते हैं!

© Paswan@girl