हाले दिल।
वो कभी देर तक ठहरते नहीं
हम कहां नजरें चार कर पाते
वो कभी ग़ज़लें -नज़्म सूनते नहीं
हम कहां दिले हाल कह पाते
वो कभी इक इशारा करते...
हम कहां नजरें चार कर पाते
वो कभी ग़ज़लें -नज़्म सूनते नहीं
हम कहां दिले हाल कह पाते
वो कभी इक इशारा करते...