अनपढ़
एक आदमी था जो कॉन्वेंट स्कूल में पीरियड और छुट्टी का घण्टी बजाता था.... टन..टन..टन..टन..टन..
एक दिन स्कूल के नए प्रिंसिपल की नज़र उस पर गयी तो उससे पूछ बैठे उसके बारे में...कितना पढ़े लिखे हो जी ??
आदमी ने बड़े मासूमियत से कहा...साहब, अनपढ़ हूँ ।
प्रिंसिपल को ये जानकर हैरत हुई कि उनके इस प्रतिष्ठित स्कूल का घंटी बजाने वाला...
एक दिन स्कूल के नए प्रिंसिपल की नज़र उस पर गयी तो उससे पूछ बैठे उसके बारे में...कितना पढ़े लिखे हो जी ??
आदमी ने बड़े मासूमियत से कहा...साहब, अनपढ़ हूँ ।
प्रिंसिपल को ये जानकर हैरत हुई कि उनके इस प्रतिष्ठित स्कूल का घंटी बजाने वाला...