लाला कथा
लाला कथा......
किसान मजबूत होगा तो देश मजबूत होगा परन्तु उसको उसकी फसल का सही दाम ना मिलना, भण्डारण क्षमता कम होना और प्रकृति द्वारा साथ ना देना उसको विभिन्न प्रकार से शोषण का शिकार बनाते हैं... देखते ही देखते किसानो की श्रेणिया बदल गयी जो खेती करते हैं उनमे भी वर्गभेद हो गया है आजकल किसानो में भी लाले बन गये हैं... गांव का एक किसान सरकारी फायदे उठाने का एक्सपर्ट तो बहुत किसान उससे वंचित हो गये हैं.. कुछ किसान किसानी के साथ साथ सरपंची की फार्चूनर का आनन्द ले रहे हैं तो एक्का दुकका राजनितिक गुण्डयी भी, अधिक जमीन आज भी शक्ति की प्रदर्शक है अतः किसान दूसरे किसान की जमीन चाहे बंजर ही हो आज भी अपहृत कर लेता है, किसानो में भी जातीय अहंकार वाले...
किसान मजबूत होगा तो देश मजबूत होगा परन्तु उसको उसकी फसल का सही दाम ना मिलना, भण्डारण क्षमता कम होना और प्रकृति द्वारा साथ ना देना उसको विभिन्न प्रकार से शोषण का शिकार बनाते हैं... देखते ही देखते किसानो की श्रेणिया बदल गयी जो खेती करते हैं उनमे भी वर्गभेद हो गया है आजकल किसानो में भी लाले बन गये हैं... गांव का एक किसान सरकारी फायदे उठाने का एक्सपर्ट तो बहुत किसान उससे वंचित हो गये हैं.. कुछ किसान किसानी के साथ साथ सरपंची की फार्चूनर का आनन्द ले रहे हैं तो एक्का दुकका राजनितिक गुण्डयी भी, अधिक जमीन आज भी शक्ति की प्रदर्शक है अतः किसान दूसरे किसान की जमीन चाहे बंजर ही हो आज भी अपहृत कर लेता है, किसानो में भी जातीय अहंकार वाले...