समझौता
शादी ब्याह का तो मतलब ही होता है दो से एक होना।
अर्थात स्वयं को एक दूसरे को समर्पित कर देना।मग़र आज के बदलते परिवेश ने सबकुछ बदल कर रख दिया है।आज सब अपनी मनमर्जियां चलाना चाहते है। कोई किसी की बात सुनने समझने के लिए तैयार ही नहीं है।
अगर अपने घर परिवार के लिए थोड़ी बहुत हम समझौता कर भी लेते हैं तो इसमें गलत क्या है।
समझदार लोग ही समझौता करते हैं। एक दूसरे को एक दूसरे के समझने के लिए वक्त देते हैं।अपनी खामियों को
दूर करने का प्रयास करते हैं। और एक दूसरे को मन से एक्सेप्ट करते हैं। तभी तो दो से एक होते हैं। और बेकार लोग तो सीधा फैसला सुना देते हैं।
समझौता यही तो नाम...
अर्थात स्वयं को एक दूसरे को समर्पित कर देना।मग़र आज के बदलते परिवेश ने सबकुछ बदल कर रख दिया है।आज सब अपनी मनमर्जियां चलाना चाहते है। कोई किसी की बात सुनने समझने के लिए तैयार ही नहीं है।
अगर अपने घर परिवार के लिए थोड़ी बहुत हम समझौता कर भी लेते हैं तो इसमें गलत क्या है।
समझदार लोग ही समझौता करते हैं। एक दूसरे को एक दूसरे के समझने के लिए वक्त देते हैं।अपनी खामियों को
दूर करने का प्रयास करते हैं। और एक दूसरे को मन से एक्सेप्ट करते हैं। तभी तो दो से एक होते हैं। और बेकार लोग तो सीधा फैसला सुना देते हैं।
समझौता यही तो नाम...