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रक्तायाण~ सत्य
थाय कहते हैं की आपके शब्द आपके रास्ते को और कठिन बना देते है इसलिए सोच समझकर बोला शब्द करे!
रोमिशा ने प्रार्थना की और अपने वरदान का इस्तेमाल किया अपने पति की आत्मा को वापस पाने के लिए आखिरकार उसने यमराज को बुलाया
जैसा कि हम जानते हैं कि यमराज नरक के देवता हैं मृत्यु और न्याय के देवता, कानून के वितरण और उनके निवास में पापियों की सजा के लिए जिम्मेदार, यमलोक मे रहनेवाले
"यमराज अक्सर एक गहरे रंग के व्यक्ति के रूप में चित्रित किया गया है , जो भैंस की सवारी करते हे और आत्माओं को पकड़ने के लिए एक फंदा या गदा रखते है"
यमराज रोमीशा के सामने प्रकट हुऐ उनकी आंखों में आग की रोशनी थीं उनकी चार और आग की लपटें थी।
उनकी उपस्थिति ने सबको अपने घुटनों के बल पर नीचे झुका दिया, सभी को डर था कि वह क्या कहने जा रहे हैं
यमराज ने कहा "कितने साल हो गए इस नर्क से निकलकर पृथ्वी धरती पर आये रोमीशा तुम एक वरदान प्राप्त हुआ है। जिससे कि तुम किसी भी...