बेवफ़ा
उस रोज मैं सेहर में थी उसके, अपने महाविद्यालय परियोजना के लिए...
वहाँ मिला था मुझे, जिसपे जान छिड़कती थी मैं।
वो आया और कहा मुझसे ईश्क़ है उसे...
अपनी चाहत के बदले...
वहाँ मिला था मुझे, जिसपे जान छिड़कती थी मैं।
वो आया और कहा मुझसे ईश्क़ है उसे...
अपनी चाहत के बदले...