राधे नाम की महिमा...✍️✍️
एक कुष्ठ रोगी अपने कुष्ठ रोग से
अत्यंत परेशान होकर किसी
की सलाह मानकर वृंदावन आ गया
वह सड़क के किनारे बैठा रहता और आने जाने वाले हर एक व्यक्ति से अपने कुष्ठ रोग का उपचार पूछता।
कोई कुछ दवाई बता कर
चला जाता तो कोई पूछ,
किंतु किसी उपाय से भी उसका
कुष्ठ रोग दूर ना होता।
एक बार एक बड़े सरल हृदय
के बाबा उधर से गुजरे।
उन्होंने उसकी दशा देखकर ,द्रवित होकर कहा-'तुम सारा दिन यहां बैठे तो रहते ही हो,...
अत्यंत परेशान होकर किसी
की सलाह मानकर वृंदावन आ गया
वह सड़क के किनारे बैठा रहता और आने जाने वाले हर एक व्यक्ति से अपने कुष्ठ रोग का उपचार पूछता।
कोई कुछ दवाई बता कर
चला जाता तो कोई पूछ,
किंतु किसी उपाय से भी उसका
कुष्ठ रोग दूर ना होता।
एक बार एक बड़े सरल हृदय
के बाबा उधर से गुजरे।
उन्होंने उसकी दशा देखकर ,द्रवित होकर कहा-'तुम सारा दिन यहां बैठे तो रहते ही हो,...