"कंटीली झाड़ियां" भाग-३
अमिता को इतने सोच में डूबा देखकर युवक मुस्कुरा दिया और पूछा आखिर क्या वजह है आपकी परेशानी की? अमिता ने युवक (सारंग) को अपनी सारी कहानी कह सुनाई। सारंग पूरी कहानी सुनकर बेहद विस्मित हुआ मगर अमिता के बोल चाल और वेशभूषा से उसे यकीन करना पड़ा क्योंकि उसकी बोलचाल और वेशभूषा सारंग की समय से भिन्न थे। खैर सारंग ने अमिता की हर बात पर विश्वास किया और बाहर जाने लगा पूछने पर उसने कहा वो एक कुम्हार है और अपने बर्तन बेचने जा रहा है।
उसके जाते ही अमिता को सुमित और काव्या की याद सताने लगी,मगर वो आखिर अपने समय में कैसे जाएं?...
उसके जाते ही अमिता को सुमित और काव्या की याद सताने लगी,मगर वो आखिर अपने समय में कैसे जाएं?...