“बिगुल”
गीता एक पिछड़े कस्बे की छोटे से घर में रहनेवाली सातवीं कक्षा की होनहार लड़की थी। उसके पीछे उसकी चार बहनें और थीं। गीता के माता-पिता दिनभर मजदूरी करने घर से बाहर रहा करते और देर रात लौटा करते थे। गीता घर की बड़ी बेटी और बड़ी बहन होने के नाते अपने घर का सारा काम-काज करके स्कूल जाया करती थी। स्कूल से लौटते वक्त जब भी वो घर आती अपनी बहनों को यूँ ही खेल में समय व्यतीत करता पाती। दिनभर अपनी बहनों का उसे यूँ खेलना-कूदना अच्छा नहीं लगता था। उसने सोचा मैं अपनी बहनों के साथ आस-पड़ोस के कुछ बच्चों को भी पढ़ाया करूँ तो? उसने अगले ही दिन इसके लिए काम शुरू कर दिया।
गीता का घर छोटा था और बच्चे तो काफी आ...
गीता का घर छोटा था और बच्चे तो काफी आ...