zindagi
आज ज़िंदगी की एक कहानी लिखती हूं।
बड़ी है नादान इसे सुहानी लिखती हूं। कभी इतराती और कभी बलखाती लिखती हूं। हर फर्द पर ये राज करे, एक नई कहानी लिखती हूं।।
इस पे मुस्कुराती लबों की...
बड़ी है नादान इसे सुहानी लिखती हूं। कभी इतराती और कभी बलखाती लिखती हूं। हर फर्द पर ये राज करे, एक नई कहानी लिखती हूं।।
इस पे मुस्कुराती लबों की...