Is Safar Ko Mai Naam kya dun
यूं तो ज़िन्दगी हर पल एक नई सफर है । आज मै ज़िक्र करने जा रहा हूं ऐसे ही एक नए सफर के बारे में , ये बात अभी कुछ महिने पहले की है एग्जाम देने के बाद मेरा जाना हुआ दिल्ली यूं तो मै एक छोटे से शहर में रहता हूं एग्जाम देने मै शहर आया था एग्जाम देकर जब मै examinatio holl से बाहर आया तो भाई को फोन की के एग्जाम हो गया है और अच्छा गया तो अब मै स्टेशन जा रहा हूं और वहां से घर चला जाऊंगा । मेरे भाई दिल्ली में रहते है और किसी प्राइवेट कंपनी में जॉब करते है खैर उन्होंने कहा स्टेशन जाओ हैं लेकिन घर नई जाना ये ये गाड़ी है टिकेट लो और सीधा यहां आजाओ कुछ दिन रह कर घूम लेना और फिर चले जाना ।मैंने सोचा ये भी...