शकुंतला की प्रेम गाथा
मेनका, विश्वामित्र की अधूरी
कहानी से जन्मी, शकुंतला बेचारी
छोड़ उपवन मे उसे,
गई लौट मेनका इंद्र नगरी
निसर्ग के सानिध्य मे
बड़ी हुई, मेनका की छवि,
कणव ऋषि दत्त पुत्री,
देख हार जिसे गए, दुष्यंत ह्रदय अपना
कर दिया सबकुछ न्योछावर अपना
स्वीकार कर दुष्यंत का...
कहानी से जन्मी, शकुंतला बेचारी
छोड़ उपवन मे उसे,
गई लौट मेनका इंद्र नगरी
निसर्ग के सानिध्य मे
बड़ी हुई, मेनका की छवि,
कणव ऋषि दत्त पुत्री,
देख हार जिसे गए, दुष्यंत ह्रदय अपना
कर दिया सबकुछ न्योछावर अपना
स्वीकार कर दुष्यंत का...