एक गलत फैसला (भाग 4)
अगले ही दिन उन लोगों ने बाहर घूमने जाने का इरादा बना लिया। सरला, मीठी, रेखा, प्रशांत और उनके कुछ दोस्त सभी लोगों ने मिलकर कुछ खट्टी मीठी यादें बना ली। सब अपनी थकान और मुश्किलों को भूल से गए थे। शाम हुई तो सबने बाहर ही खाना खाया और फिर अपने अपने घर चले गए।
"आह!! मैं बहुत थक गई।" सरला घर में प्रवेश करते हुए बोली।
"मैं भी।" मीठी और रेखा भी आह भरते हुए बोल पड़े। सोफे पर बैठे बैठे वे लोग कब सो गए उनको पता भी...
"आह!! मैं बहुत थक गई।" सरला घर में प्रवेश करते हुए बोली।
"मैं भी।" मीठी और रेखा भी आह भरते हुए बोल पड़े। सोफे पर बैठे बैठे वे लोग कब सो गए उनको पता भी...