आखरी सफर
यकीन नहीं हुआ
पर एक दिन अचानक
वो यूं ही निकल पड़े
अपने आखरी सफर पर
और सब देखते ही रह गये, एकदम सुन्न !
कितने काम थे अभी बाकी
उनकी लम्बी चौडी फेहरिश्त में
यू हीं बिलखता छोड़ कर
वो बस यू ही निकल पड़े, बेखबर बेवक्त !
जो भी किया जीवन में था
बस वही पहचान थी
जो...
पर एक दिन अचानक
वो यूं ही निकल पड़े
अपने आखरी सफर पर
और सब देखते ही रह गये, एकदम सुन्न !
कितने काम थे अभी बाकी
उनकी लम्बी चौडी फेहरिश्त में
यू हीं बिलखता छोड़ कर
वो बस यू ही निकल पड़े, बेखबर बेवक्त !
जो भी किया जीवन में था
बस वही पहचान थी
जो...