gangs of bhandarapur part 3
कई शादीयों के रंग में भंग डालने के बाद जावेद और मनु की गैंग ने कुछ दिन खामोश रहने की सोचा..
वहीं मुंबई से ट्रांसफर होकर आए नए थानेदार अथर्व गांधी के लिए यह एक बड़ा ही अजीब और चौंकाने वाला केस था!! अथर्व अभी नया नया ही पुलिस में ज्वाइन हुआ था....मुंबई में उस ने काफ़ी हद तक अपनी इमानदारी और नए जोश भरे कामों का परिचय दिया था ...उसी की वजह से उसका ट्रांसफर कुछ राजनीतिक दबाव में भंडारापूर जैसी जगह...
वहीं मुंबई से ट्रांसफर होकर आए नए थानेदार अथर्व गांधी के लिए यह एक बड़ा ही अजीब और चौंकाने वाला केस था!! अथर्व अभी नया नया ही पुलिस में ज्वाइन हुआ था....मुंबई में उस ने काफ़ी हद तक अपनी इमानदारी और नए जोश भरे कामों का परिचय दिया था ...उसी की वजह से उसका ट्रांसफर कुछ राजनीतिक दबाव में भंडारापूर जैसी जगह...