...

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गुरूर प्रसन्न हुआ 🔥
एक बार एक पुरुष के जागरूक अवचेतन मन में एक गुरूर ने प्रवेश किया था,
लेकिन पुरुष जागरूक था,
वो समझ चुका था,
किसी गुरूर ने इसके मन में प्रवेश किया,
और जब पुरुष ने गुरूर के समक्ष प्रसन्नता दिखाई,
तो गुरूर गायब होने लगा,
क्योंकि प्रसन्नता वो विनम्रता हैं,
जिससे बड़े बड़े मायवदी डोरियां खत्म हो जाती है,


इसीलिए इतने विनम्र रहिए,
की गुरूर की परीक्षा में तुम सफल हो सको।
© 𝑷𝒓𝒊𝒚𝒂𝒏𝒌𝒂 𝑺𝒉𝒂𝒓𝒎𝒂