अजातशत्रु (पुण्यतिथि विशेष)
अटल बिहारी वाजपेयी जी भारतीय राजनीति के अजातशत्रु राजनेता एवं मुखर कवि।उनके बारे में अधिक लिख सकूँ इतना मेरा सामर्थ्य कहाँ?हां पर१६ अगस्त२०१८की शाम के बारे में सोचती हूं तो टी.वी. पर देखा हुआ सारा दृश्य आंखों के सामने आ जाता है और आंखें नम हो जाती हैं।इसका कारण मन में उनके लिए आदर और प्रेम की भावना है।
अटल जी ने जाते-जाते मेरी प्रतिभा से मेरा परिचय कराया, जहां आंखों को आंसू दिए वहीं हाथ में लेखनी पकड़ा कर चले गए। उसका एक छोटा सा नमुना आप सबके लिए
जिये हैं लाखों दिलों में,
जीते ही रहेंगे।
उनके शब्द लिया करते थे सांसें,
लेते ही रहेंगे।
देह नहीं अब शब्द जीयेंगे,
जीते ही रहेंगे।
यह पक्तियाँ मैं ने २०अगस्त२०१८को दिल्ली समपन्न प्रार्थना सभा के बाद स्वयं को सान्त्वना देने के लिए लिखी थीं।
© kalyani
अटल जी ने जाते-जाते मेरी प्रतिभा से मेरा परिचय कराया, जहां आंखों को आंसू दिए वहीं हाथ में लेखनी पकड़ा कर चले गए। उसका एक छोटा सा नमुना आप सबके लिए
जिये हैं लाखों दिलों में,
जीते ही रहेंगे।
उनके शब्द लिया करते थे सांसें,
लेते ही रहेंगे।
देह नहीं अब शब्द जीयेंगे,
जीते ही रहेंगे।
यह पक्तियाँ मैं ने २०अगस्त२०१८को दिल्ली समपन्न प्रार्थना सभा के बाद स्वयं को सान्त्वना देने के लिए लिखी थीं।
© kalyani