" हाथ मिलाने रुक जाना ..." P1 - letter -1 ___ writer - Srushti Mahajan
हर लव्ह स्टोरी पुरी नहीं होती...हमारी भी कूछ ऐसी ही थी... मे ओवी, तुम्हारी एक बोहोत खास लेकीन अनजान दोस्त थी मे । आज तुम्हे सुट - बुट मे मेरे शहर मे देखा और मे तुमसे बात नही कर पायी पर तुम्हारे पॉकेट से एक वॉलेट मिला जिसमे मेरी बचपन की तस्वीर थी और उस तस्वीर के पीछे यही लिखा था के हर लव्ह स्टोरी पुरी नही होती और हमारी भी कुछ ऐसी ही थी । मे इसका मतलब नही समझ पायी नितेश पर आज तुमने मुझे मेरे सबसे खास दोस्त की याद दिला दी । तुम्हारी याद दिला दी मुझे 10 साल बाद। हम इतने अच्छे दोस्त बन चुके थे लेकीन हम एक दूसरे का नाम तक नही जानते थे ।
याद है, हमारी मुलाकात कैसे हुई थी, तुम्हारा भाई जो मुझे बोहोत परिशान करता था और मे उससे तंग हो गई थी । तब एक दिन . , तुम मेरे लिए अपने भाई से लढ रहे...
याद है, हमारी मुलाकात कैसे हुई थी, तुम्हारा भाई जो मुझे बोहोत परिशान करता था और मे उससे तंग हो गई थी । तब एक दिन . , तुम मेरे लिए अपने भाई से लढ रहे...