Happy winter
दे रही है सर्दी दस्तक सी, गर्म कपड़ों की होने लगी है आहट सी, वो फ़िर से देखो दिन लगे हैं छोटे होने और रात की आगोश में हम लगे हैं ख़्वाबों को ज़रा और भी मजबूती से पिरोने। किताबों संग होंगी बातें और डायरी में उतरेंगे अल्फाज़ नये से। वो अलसाई सी सुबह तुम्हें उठने नहीं देगी बिस्तर से मगर यही तो...