करोना वायरस का मानव जीवन पर प्रभाव
कोरोना वायरस एक शत्रु है जिसका एक उद्देश्य है जीवन को समाप्त करना और यह वायरस बिन बताए से अचानक से आक्रमण करता है
यह ना किसी से उसकी नागरिकता पूछता है कि व्यक्ति कौन से देश हो और ना किसी से धर्म पूछता है कि आप हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो , ईसाई हो , पारसी हो, बौद्ध हो, यह आक्रमण कर देता है
यह वायरस ना किसी व्यक्ति से उसकी जाति पूछता है कि आप जर्नल, एससी, एसटी, ओबीसी या किसी भी कमजोर वर्ग से हो यह वायरस सिर्फ आक्रमण कर देता है
यह वायरस ना तो किसी भाषा पूछता है कि हिंदी भाषी हो, गुजराती हो, हरियाणवी हो, मराठी हो, बंगाली हो, तमिल हो या फिर तेलुगू यह किसी भी भाषा में बातचीत के समय आक्रमण कर देता है यह किसी भी समुदाय के लोगों मैं आक्रमण कर देता है
यह वायरस ना ही यह देखता है कि आप रोजगार में हो या...
यह ना किसी से उसकी नागरिकता पूछता है कि व्यक्ति कौन से देश हो और ना किसी से धर्म पूछता है कि आप हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो , ईसाई हो , पारसी हो, बौद्ध हो, यह आक्रमण कर देता है
यह वायरस ना किसी व्यक्ति से उसकी जाति पूछता है कि आप जर्नल, एससी, एसटी, ओबीसी या किसी भी कमजोर वर्ग से हो यह वायरस सिर्फ आक्रमण कर देता है
यह वायरस ना तो किसी भाषा पूछता है कि हिंदी भाषी हो, गुजराती हो, हरियाणवी हो, मराठी हो, बंगाली हो, तमिल हो या फिर तेलुगू यह किसी भी भाषा में बातचीत के समय आक्रमण कर देता है यह किसी भी समुदाय के लोगों मैं आक्रमण कर देता है
यह वायरस ना ही यह देखता है कि आप रोजगार में हो या...