तरूणावस्था (भारतांकित भाग-४)
इस कवितरूपी कहानी को आगे बढ़ाते हुए कुछ तरूणावस्था की स्तिथियों पर प्रकाश डालता हूं। वो पहेला प्यार और मित्र मंडली। थोड़ी चटपटी यादें तो सबकी ही होती हैं इस अवस्था में। क्यों न उन लम्हों को याद करते हुए इन पंक्तियों में पिरोए और उस तरूणावस्था को पुनः जिएं।
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वो...
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वो...