...

25 views

मेरे जज़्बात सिमटे हैं...
मैंने ज़िन्दगी में लोगों को बदलता देखा हैं जिसने भी कहा गैर नहीं हम उसने ही धोखे देकर पराया किया हैं। हां मुझे खुद से प्यार हैं क्योंकि खुद को सबसे ज्यादा वफ़ादार पाया हैं मैंने। मेरी ये नादानी हैं की मैंने दूसरों के लिए आंसू बहाये हैं लेकिन मेरे लिए कोई आंसू बहाये ऐसे लोग नहीं मिले हैं। ये सच हैं की हम जितना प्यार दूसरे को देते हैं उतना हमें नहीं मिलता इसलिए मैंने खुद से प्यार किया हैं और अपने प्रभु के साथ जीना सीखा हैं। ज़िन्दगी में सब कुछ मिल भी जाये तो भी लोग कद्र नहीं करते जो ना मिले उसे पाने की कोशिश किया करते हैं। यही मैंने सीखा की मुझे खुद की कद्र करनी हैं और अपने मालिक की रजा में जीना हैं।
वो खामोश रहता हैं मगर मेरी हर खबर रखता हैं,
मेरे आंसुओं को देखकर मेरी ख़ुशी मुझे देता हैं।
तूही निरंकार 🙏🏻
© Niharik@ ki kalam se✍️